बिलासपुर(अभिषेक वर्मा): आज गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर में विकासार्थ विद्यार्थी व नेचर वेलफेयर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में नेटिव सीड बॉल मैट्रिक्स पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुआ। कार्यशाला में विद्यार्थियों को सीड बॉल के महत्व के साथ सीड बॉल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक अक्षय अलकरी ने बताया की मनुष्य प्रजाति किस तरह से पर्यावरण को क्षति पहुंचाने का कार्य करता है, पर्यावरण संवर्धन के लिए सीड बॉल एक अनूठा प्रयोग है, हमें अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण कर उसकी देखभाल करने की आवश्यकता है।
विकासार्थ विद्यार्थी के प्रांत संयोजक इंदीवर शुक्ला ने बताया की विकासार्थ विद्यार्थी की अवधारणा जल, जंगल, जमीन, जानवर व जन के उद्देश्य पर केंद्रित है तथा मूल भाव सर्वेपी सुखिनः संतु का है। जंगल पृथ्वी पर जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण है और सबसे आवश्यक ऑक्सीजन के अलावा ये कई ऐसी पर्यावरणीय सेवाओं के लिए जरूरी है जिनके कारण जीवन संभव होता है। नेचर वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक मैत्री ने बताया की एसएफडी एवं एनडब्ल्यूएफ के सम्मलित प्रयास के फलस्वरूप नेटिव सीड बॉल मैट्रिक्स नाम से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज के युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए किया गया। यह कार्यशाला सिर्फ एक दिन का प्रयास न होते हुए आने वाले समय में भी उपस्थित प्रतिभागियों के लिए एक उदहारण की तरह प्रस्तुत रहेगा जो उनके अंदर अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का भाव उत्पन्न करेगा।
कार्यशाला दो सत्रों में संपन्न हुआ प्रथम सत्र उद्घाटन एवम सीड बॉल के ऊपर केंद्रित रहा, द्वितीय सत्र में प्रतिभागियों को सीड बॉल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।कार्यशाला में बिलासपुर विभाग के विभाग सयोंजक हेमांशु कौशिक, महानगर मंत्री जितेंद्र साहू, इकाई अध्यक्ष अराध्य तिवारी, इकाई मंत्री शशांक सोनवानी, नेचर वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव अनिमेष शुक्ला, शिशिर चंद्राकर, सक्षम पाठक, जान्हवी यादव, पीयूष तिवारी, सुप्रिया जासकर, अविनाष, हिमांशु, नीतीश, प्रदेश व अन्य उपस्थित रहे।