
कवर्धा, छत्तीसगढ़।
जिले के पत्रकार उत्तम चंद्रवंशी को पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस के खिलाफ आज कवर्धा रेस्ट हाउस में जिले के प्रमुख पत्रकारों की आपात बैठक आयोजित हुई। बैठक में सर्वसम्मति से इस कार्रवाई की निंदा की गई और एक प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
इस अवसर पर जिले भर से आए पत्रकारों ने कलेक्टर कार्यालय के समक्ष जोरदार नारेबाजी की और पेट्रोल पंप संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। पत्रकारों ने जिले के सभी पेट्रोल पंपों की शुद्धता, मापतौल, सुविधाएं और ब्रांडिंग की जांच करने की भी मांग की है।
क्या है मामला?
पत्रकार उत्तम चंद्रवंशी ने कुछ दिन पहले बिलासपुर रोड स्थित जी श्याम फ्यूल पेट्रोल पंप पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ग्राहकों को एक लीटर पेट्रोल की जगह कम मात्रा दी जा रही है। मौके पर मापने के लिए रखा गया जार भी वीडियो में दिखाया गया, जो सोशल मीडिया में तेज़ी से वायरल हुआ।
इस खुलासे के बाद नापतौल विभाग ने जांच तो की, लेकिन पेट्रोल पंप संचालक को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद पेट्रोल पंप संचालकों ने एसपी कार्यालय में पत्रकार और अन्य मीडिया संस्थानों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कई झूठे आरोप भी लगाए गए। इस पर पुलिस ने पत्रकार उत्तम चंद्रवंशी को पूछताछ के लिए नोटिस भेज दिया, जिससे न केवल कवर्धा बल्कि पूरे प्रदेश में पत्रकार समाज में रोष व्याप्त है।
पत्रकारों की मांग
पत्रकारों के खिलाफ झूठी शिकायतें वापस ली जाएं।
संबंधित पेट्रोल पंप के खिलाफ फिर से निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
जिले के सभी पेट्रोल पंपों की मशीन, मापदंड और ग्राहक सुविधा की जांच की जाए।
पत्रकारों को डराने-धमकाने की कोशिशों पर रोक लगे।
प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला
बैठक में मौजूद पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि ये पूरा मामला प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और इसका कड़ा विरोध जरूरी है। सभी पत्रकार संगठनों से इस मामले में एकजुट होकर आवाज़ उठाने की अपील की गई है।