कवर्धा:देर रात कैलाश चंद्रवंशी के नाम आने से जनता की गांव-गांव में जश्न पटाखा फोड़ माना रहे जश्न
कहते हैं कि जब कोई नेता जनता के हक़ की लड़ाई लड़ता है, तो उसका सम्मान खुद-ब-खुद बढ़ जाता है। कुछ ऐसा ही हो रहा है कट्टर हिंदूवादी नेता कैलाश चंद्रवंशी के साथ। उनके संघर्षों और जनसेवा के कारण आज गांव-गांव में पटाखे फूट रहे हैं और लोग उनकी लोकप्रियता का जश्न मना रहे हैं।
संघर्षों से बनी पहचान
कैलाश चंद्रवंशी हमेशा से जमीनी नेता रहे हैं। कांग्रेस सरकार के दौरान, उनके खिलाफ 10 से अधिक FIR दर्ज हुईं, यहां तक कि एक साल के लिए जिला बदर तक किया गया, लेकिन उन्होंने कभी जनता के लिए लड़ाई लड़ना नहीं छोड़ा।
किसानों के मसीहा
कबीरधाम जिले में जब किसानों के धान संकट में थे, तब उन्होंने 9 दिनों तक कलेक्टर कार्यालय के गेट पर धरना दिया और अंततः किसानों की जीत सुनिश्चित की।
गरीबों की आवाज़
गरीबों के राशन कार्ड बनवाने के लिए उन्होंने खाद्य विभाग में आंदोलन किया, जहां उनके खिलाफ एक्ट्रोसिटी का केस भी दर्ज हुआ, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
जनता में बढ़ती लोकप्रियता
आज उनके संघर्षों का ही नतीजा है कि जनता उन्हें अपना असली नेता मान रही है। गांव-गांव में पटाखे फूट रहे हैं, ढोल-नगाड़े बज रहे हैं, और लोग खुशी मना रहे हैं।