कवर्धाछत्तीसगढ़न्यूज़

बाढ़ आपदा-बचाव और प्रबंधन के लिए कलेक्टर ने अलग-अलग विभागों को सौपे दायित्व…….

कलेक्टर ने नदियों एवं मध्यम जलाशय किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का चिन्हांकन उन क्षेत्रों में राहत शिविर के लिए भवन सहित सभी आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए.......

कवर्धा. (अभिषेक वर्मा) कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आगामी मानसून 2024 को दृष्टिगत रखते हुए प्राकृतिक आपदा से बचाव-राहत एवं बाढ़ से निपटने तथा संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा सहित आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के विभिन्न विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। कलेक्टर ने बैठक में जिले के प्रमुख सकरी, हाफ, फोक नदिया सहित जिले के सभी मध्यम जलाशयों के किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की चर्चा हुए और उन क्षेत्रों में बाढ़-आपदा प्रबंधन सहित आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों के लिए शासकीय भवन, पर्याप्त सुरक्षा स्थान, और ऐसे पहुंच विहिन क्षेत्रों में जहां बाढ़ की स्थिति में पहुंचना संभव नहीं है, ऐसे स्थानों को चिन्हांकित कर वहां पर्याप्त मात्रा में खाद्य समाग्री, नमक, कोरोसीन, जीवन रक्षक दवाइयां आदि संग्रहित करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए है।

कलेक्टर ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों जैसे सकरी नदी, हाफ नदी, के तटीय क्षेत्रों के ग्रामों में सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर शीघ्रता से पहुंचाने एवं ठहराने की व्यवस्था की जा सके। इन क्षेत्रों में अस्थाई कैप के लिए सुरक्षित शासकीय, अशासकीय भवन, धर्मशाला, गोदामों, स्कूलों आदि को चिन्हांकित करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने राहत शिविरों में नियमित चकित्सा जांच की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए राहत शिविरों में बुखर,उल्टी-दस्त, मलेरिया आदि लक्षणों वाले लोगों को अलग-थलग रखने के लिए सभी तैयारियां रखने के निर्देश दिए है, ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। अश्रयों, राहत शिविरों के कीटाणु शोधन और स्वच्छता के लिए अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने इस के लिए जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, खाद्य अधिकारी एवं सभी जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया है। बैठक में कलेक्टर ने बाढ़ से बचाव संबंधित जो उपकरण के लिए जिला सेनानी को आवश्यक निर्देशित किया है। उन्होने जिला नगर सेनानी को बाढ़ से बचाव संबंधी जो उपकरण जिले ममें उपलब्ध है यथा प्रशिक्षित जवान, तैराक, मोटर बोट, लाइफ जैके, मेगाफोन, तारपोलीन, दस्ताने, ड्रम, बोल्ट कटर, रस्सी, सर्च लाईट, ट्रक के ट्यूबस आदि की दुरूस्ती कराकर उपयोग के लिए तैयार रखने के लिए निर्देशित किया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित उपयोग में लाया जा सके। मोटर बोट की उपलब्धता होने पर आयुक्त कार्यालय को जानकारी उपब्ध कराई जाए, ताकि मांग आने पर अन्य जिलों में बोट तथा प्रशिक्षित जवानों को तुरन्त रवाना किया जा सके। कलेक्टर ने जिले के सभी नगरीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति निर्मित न हो इसके लिए नगरी क्षेत्रों के सभी प्रमुख छोटे-बड़े नालों की सफाई रखने के निर्देश दिए है। साथ ही शहर के भीतर बाढ़ वाले क्षेत्रों में पोर्टेबल डायविंग पंपो की आवश्यकता की जाए। विशेष रूप से तटी क्षेत्रों में भवन,घरों की गैर आरआरसी छतों को सुरक्षित करने के लिए यू-हुक प्रणाली का उपयोग किया जाना चाहिए।

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