कवर्धाछत्तीसगढ़न्यूज़

कबीरधाम जिले में लाखों परिवारों को मिल रहा है उज्ज्वला योजना का लाभ…

वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में जिले में उज्ज्वला योजना से 1 लाख 25 हजार 733 हितग्राही को मिला लाभ

कवर्धा(अभिषेक वर्मा): प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभ से जिले के लाखों परिवारों की महिलाओं और बुजुर्ग माताओं को लकड़ी, कोयले के चुल्हे और उनसे निकले वाले प्रदूषण से मुक्ति मिल रही है। जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के सफलतम पूर्वक क्रियान्वयन भी जा रहा है। इस वर्ष विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान राशन कार्ड धारक सौकड़ों नए परिवारों को नए गैस सिलेंण्डर, चूल्हा कनेक्शन भी वितरण किया गया। अब तक कबीरधाम जिले में वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में निवासरत 1 लाख 25 हजार 733 हितग्राही को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से देश के सभी गरीब परिवारों और राशन कार्ड धारक महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया जाता है, ताकि महिलाओं को लकड़ी, कोयले के चूल्हे से छुटकारा मिले और वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके। यह गैस सिलेंडर सभी लाभार्थियों को मुफ्त प्रदान किया जाएगा।

जिले में संचालित समस्त गैस एजेन्सियों, ऑयल कम्पनी एवं विभाग द्वारा विभिन्न शिविरों के माध्यम से हितग्रहियों को अधिक से अधिक लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही बैनर-पोस्टर आदि के माध्यम से जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे है। विगत माह में प्रधानमंत्री जन-मन योजना अंतर्गत दुर्गम क्षेत्रों से नवीन उज्ज्वला कनेक्शन के लिए आवेदन लिए जा रहे है, जो कि प्रक्रियाधीन है। वर्तमान में कबीरधाम जिला अंतर्गत उज्ज्वला योजना के तहत 125733 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।

जिले के वनांचल क्षेत्र तरेगॉव जंगल विकासखंड बोड़ला क्षेत्रांतर्गत दुर्गम क्षेत्र वितरक की नियुक्ति की गई है जिसका संचालन आदिमजाति सेवा सहकारी समिति बोदा के द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में इस एजेन्सी के पास प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजनांतर्गत 2142 कनेक्शन तथा सामान्य कनेक्शन की संख्या 65 है। संचालक एजेन्सी के पास आज की स्थिति में 2701 रिफिल और 2207 कनेक्शन जारी कुल मिलाकर 4908 वितरण किया गया है।

सहायक खाद्य अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में उज्जवला योजनांतर्गत नवीन कनेक्शन जारी किया जाना ऑयल कम्पनी की ओर से बाधित है जिसके कारण एजेन्सी में कुल-65 ई-केवायसी तथा लगभग 500 नवीन आवेदन लंबित है। नवीन आवेदनों में आवेदक द्वारा वांछित दस्तावेज उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही उन सभी का भी ई-केवायसी का कार्य प्रक्रियाधीन है। ऑयल कम्पनी द्वारा इसका कारण पूर्व लक्ष्य का पूर्ण होना तथा नवीन लक्ष्य प्राप्त नहीं होना बताया गया।

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