शिक्षक की जिम्मेदारियों पर राजनीति भारी……
कवर्धा, ग्राम पलानसरी – शिक्षा के क्षेत्र में जिम्मेदारी निभाने के बजाय राजनीति में सक्रियता दिखाने वाले एक व्याख्याता की खबर ने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
सुशीला बाई बाधवे के सुपुत्र, जो ग्राम पलानसरी के हायर सेकंडरी स्कूल में व्याख्याता एलबी के पद पर कार्यरत हैं, उन पर आरोप है कि वे स्कूल में अपनी उपस्थिति कम रखते हैं और क्षेत्रीय राजनीतिक गतिविधियों में अधिक संलिप्त रहते हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बांधवे जी का क्षेत्रीय राजनीति में सक्रिय होना स्कूल के छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। छात्रों और अभिभावकों ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि जब शिक्षक अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी से दूर होते हैं, तो इसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ता है।
शिक्षा विभाग इस मामले को लेकर सतर्क हो गया है और जल्द ही जांच की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। यह देखना बाकी है कि क्या शिक्षक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी या राजनीति और शिक्षा के बीच संतुलन बिठाने की कोशिश की जाएगी।
क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार कब तक ऐसे शिक्षक पर कोई कार्रवाई होगी, जो अपनी जिम्मेदारियों को अनदेखा कर राजनीतिक गतिविधियों में उलझे हुए हैं।