कवर्धाछत्तीसगढ़न्यूज़बोड़लाराजनीति

बुरे दौर से गुजर रहा नगर पंचायत बोड़ला…

नगर की स्थिति सुधारने बोडला में संचालित जिम को देना पड़ा किराए में..

बोड़ला – नगर पंचायत का गठन सन 2008 में हो चुका है लगभग 16 से 17 वर्ष नगर पंचायत के गठन को हो चुका है परंतु नगर वासी आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है,नगर में आज तक ना ही बस स्टैंड निर्माण हो पाया है, ना ही कोई गार्डन बन पाया है,और ना ही मुक्तिधाम को व्यवस्थित किया गया है पोस्टमार्टम हेतु चीर बंगला जर्जर हो चुका है जिस पर ध्यान किसी का नहीं जाता है। नगरवासी सिर्फ नगर में टैक्स जमा करने का कार्य कर रहे हैं इसके अलावा अन्य कोई नगरीय लाभ नगरवासी को नहीं मिल पा रहा है आज भी नगर के व्यापारी तंबू तान कर व्यापार कर रहे हैं तो दूसरी तरफ रसूखदार लोग शासकीय भूमि पर कब्जा कर व्यावसायिक परिषर निर्माण कर किराया देकर मोटी कमाई कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ नगर पंचायत में निर्माण कंपलेक्स पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है जिसे नगरीय प्रशासन खाली कराने में असमर्थ नजर आ रही है करोड़ों का राजस्व नुकसान नगर पंचायत को हो रहा है वह नुकसान नजर नहीं आ रहा है तो वही नगर में संचालित जिम को किराए में देकर नगर की माली स्थिति को सुधारने का कार्य किया जा रहा है मुख्य नगर पंचायत अधिकारी अनुराधा राजमणि ने बताया की जीम को किराये में दिया गया है पहले 2000 किराया आता था इस बार इसे बढाकर 3000/ किया गया है। दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि के द्वारा लाखों का जीम सामान खरीदी किया गया है पर इस जीम सामान को कौन से जीम में लगाया जायेगा इस बात को आज तक नहीं बता पा रहें है, नगर के युवा जीम के लिए कवर्धा जा रहें है तो बोड़ला जीम से किराया वसूली कर नगर की माली स्थिति को सुधारा जा रहा है। विकास के मुद्दों को अगर देखा जाए तो जनप्रतिनिधियों के द्वारा बताया जाता है कि आपसी विरोध हुआ खींचातानी के चलते विकास कार्य नहीं हो पा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ जब कमीशन में अन्य खरीदी नगर पंचायत में बैठक कर प्रस्ताव किया जाता है तो सभी के बीच जबरदस्त ताल मेल देखने को मिलता है किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति उल जरूर खरीदी पर नहीं की जाती है ऐसे में यह कहना लाजमी होगा कि आपसी बंदर बांट करने में सभी एकजुट हो जाते हैं और विकास कार्य में सभी विरोधी बन जाते हैं नगर की जनता अभी तक जितने जनप्रतिनिधियों को चुनकर लाई है उनके द्वारा विकास को महत्व ही नहीं दिया गया परंतु अपना विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़े यहां तक अपनी निधि के पैसों को अपने निजी काम में उपयोग कर लाखों का लाभ अर्जित किए हैं 17 वर्षों से विकास के नाम पर नगर वासियों को सिर्फ छला गया है जहां भी निर्माण कार्य हुआ नाली निर्माण, सीसी रोड निर्माण वह भी आज अधूरा रह गया है सीसी रोड के ऊपर सीसी रोड बनाया गया है और नाली साफ सफाई व तोड़कर नव निर्माण में कमीशन का खेल किया गया है इसके अलावा विकास कार्य आज भी सपने जैसा है। देखते ही देखते यह 5 साल भी गुजर गया।

ADVERTISEMENT

You cannot copy content of this page