
रायपुर: छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत लक्ष्य जॉब स्किल एकेडमिक बैंगलोर कंपनी के प्रशिक्षकों ने कंपनी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अनुबंध समाप्त करने की मांग की है।
प्रशिक्षकों का कहना है कि वे पिछले 9 वर्षों से समग्र शिक्षा मिशन के तहत सेवा दे रहे हैं, लेकिन कंपनी के सीईओ द्वारा लगातार उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दी जा रही है। 22 अगस्त 2025 को हुई मीटिंग में भी प्रशिक्षकों को मजबूरन एक ऐसे अनुबंध पर हस्ताक्षर करने को कहा गया जिसमें उल्लेख है कि किसी भी समय बिना पूर्व सूचना के उनकी सेवाएं समाप्त की जा सकती हैं।
आरोप है कि कंपनी ने पहले ही सभी प्रशिक्षकों से एसएससी सर्टिफिकेशन के नाम पर ₹5900 की अवैध वसूली की थी और आगे भी ₹2500 की मांग की गई है। इसके अलावा कंपनी पुराने प्रशिक्षकों को हटाकर नए प्रशिक्षकों की भर्ती करने की प्रक्रिया में लगी हुई है, जिससे वर्तमान स्टाफ मानसिक तनाव में है।
प्रशिक्षकों ने यह भी कहा कि कंपनी का अपना जिओ अटेंडेंस ऐप लागू किया गया है, जिसके माध्यम से उपस्थिति दर्ज कर वेतन गणना की जाती है। तकनीकी खराबी या अन्य कारणों से उपस्थिति दर्ज न होने की स्थिति में, भले ही प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षरित उपस्थिति पत्रक समग्र शिक्षा कार्यालय को भेजा गया हो, कंपनी वेतन में कटौती कर रही है।
लक्ष्य फाउंडेशन पर यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रशिक्षकों को यूनिसेफ, कॉलेज प्रोजेक्ट सहित विभिन्न निजी प्रोजेक्ट्स के कार्यों में जबरन लगाया जा रहा है।
प्रशिक्षकों ने सहायक प्रबंध संचालक, समग्र शिक्षा एवं राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर से मांग की है कि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करते हुए कंपनी का अनुबंध तत्काल समाप्त कर किसी अन्य कंपनी के माध्यम से उन्हें जोड़ा जाए।