
रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के वचन का प्रतीक है। इस अवसर पर अभाविप की बहनों ने देश की सीमाओं की रक्षा में दिन-रात तत्पर हमारे पुलिस के साथ यह पवित्र पर्व बड़े हर्ष और गौरव के साथ मनाया।
कार्यक्रम के अंतर्गत बहनों ने पुलिस भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँधकर उन्हें मिठाई खिलाई और उनके सुरक्षित, स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की मंगलकामना की। पुलिस जवानों ने भी बहनों को आश्वस्त किया कि वे सदैव देश की रक्षा के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए समर्पित रहेंगे।
इस अवसर पर अंजली झारिया ने कहा, “हमारे पुलिस जवान हर मौसम, हर परिस्थिति में देश की सीमाओं के बाहर व अंदर भी हमारे पुलिस बल पर डटे रहते हैं, चाहे वह त्योहार हो या कठिन परिस्थितियाँ। उनके साथ रक्षाबंधन मनाना केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि उनके त्याग और साहस को सम्मान देने का एक माध्यम है।”
कार्यक्रम में भावनात्मक दृश्य भी देखने को मिले जब बहनों ने सैनिक भाइयों को राखी बाँधते हुए अपनी आँखों में गर्व और प्रेम के आँसू महसूस किए। कई बहनों ने कहा कि वे आज केवल अपने भाई को नहीं, बल्कि पूरे देश के रक्षकों को राखी बाँध रही हैं।
रक्षाबंधन का यह विशेष आयोजन न केवल भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि पूरा देश एक परिवार है और हमारे सैनिक उस परिवार के सबसे साहसी प्रहरी हैं।